शेखर मास्टा व सुरेन्द्र कुमार ढलेटा
— २५ मार्च १९९९
लाए तू मेरे हाथो दे मैंहदे भाभिए, मेरी दाई रे ऋ हाए रे
मेरी दाई रे शादे रे भाभिए, मेरी दाई रे।
इणे मिलौले ना बाण्ठणे भाभिए, जिणे औसौ हाए
जिणे औसौ मेरे दादे रे भाभिए, जिणे औसौ हाए।
कौरौ दुर्गा माई रे भाइओ तुमै जै जै
तुमै जै जै कौरौ रे भाइओ तुमै जै जै।
हुऔ सौभी खी खुशी रे मौके, आशौ सौभी खी
आशौ सौभी खे त्यौहारौ रे भाइओ, आशौ सौभी खी।
लाओ दाई रे नाको दे तिलटे, हाथौ मैंहदे
हाथौ मैंहदे लाओ रे भाभिए, हाथौ मैंहदे।
आशौ छोटिए दाई रे साथो री, गीत शादी रै
गीत शादी रै गाओ रे भाभिए, गीत शादी रै।
बामै दाई खै मेरिए भाभिए नौवे रेशमी, हाए रे
नौवे रेशमी साड़े रे भाभिए, नौवे रेशमी।
देखै भाभिए शादी रे सूटो दे किणे जौचो ले
किणे जौचो ले लाड़े रे भाभिए, किणे जौचो ले।
इणे चौमको दाई रे बिन्दे, जिणा गौणी, हाए रे
जिणा गौणी तारा रे भाभिए, जिणा गौणी।
तेऔ देखीओ बोलौ ऐ ज़ीज़ा, मौए दिलड़ू, हाए रे
मौए दिलड़ू हारा रे भाभिए, मौए दिलड़ू।
मेरी दादी री आखी दा सुरमा, बेगी लागो पी
बेगी लागो पियारा रे भाभिए, बेगी लागो पी।
ईणा शुणा आमैऋ ज़ीज़ै रा नौखरा, औसो सौबी खू
औसो सौबी खू नियारा रे भाभिए, औसो सौबी खू।
इणे सौज़ो ले दाई रे नाको दे, देख सूनै रे
देख सूनै रे तीले रे भाभिए देख सूनै रे।
ज़ीज़ा बोलौ हाए देख रे भाभिए राती सुपणै
राती सुपणै मिले रे भाभिए, राती सुपणै।
इणे लागो मेरी दाई रे हाथड़ू, जिणे फूलौ रे
जिणे फूलौ रे डाले रे भाभिए, जिणे फूलौ रे।
ओरो आणो हाए, पाणी रा लोटड़ू, साथी फूलौ रे
साथी फूलौ रे थाले रे भाभिए, साथी फूलौ रे।
आशो सौभी छोटे बौड़ैओ भाइओ, लाओ दाई खै
लाओ दाई खै टीका रे भाभिए, लाओ दाई खै
तेथा पौड़ा हाए डेओणा दादिए, ज़ेथा कौरमौ
ज़ेथा कौरमौ लिखा रे दादिए, ज़ेथा कौरमौ।
गौमो साथी हुऔ खुशी मौके, सुखौ साथी ऋ हाए रे
सुखौ साथी हुऔ दुखौ रे भाभिए, सुखौ साथी।
आच्छा च़ॉंई मेरी दाई रा शाओरा, मिलौ दाई खै
मिलौ दाई खी सुखौ रे भाभिए, मिलौ दाई खै।
सात फेरा लाई हेड़ा रे दादिए, आग हवनाऋ हाए रे
आग हवना रे ज़ाले रे दादिए, आग हवना।
आज़ ताईं रौए बापू रे घौरो खै, एबै शाओरे, हाए रे
एबै शाओरे आले रे दादिए़, एबै शाओरे।
पेओके रे ना फिकरौ कौरे, घौर मालको, हाए रे
मालको रा बसाए रे दादिए, घौर मालको।
छो़ट लागो ले केबड़ी, थोडड़े, आमू मिलदे, हाए रे
आमू मिलदे भी आए रे दादिए, आमू मिलदे ।
ऐबे शौरा बापू री ज़ागे दी, माओ साबणी, हाए रे
माओ साबणी शाशू रे दादिए, माओ साबणी।
रूए नाँईं ऐबे मेरिए दादिए, पोरू गूशे, हाए रे
पोरू गूशे तू आशू रे दादिए, पोरू गूशे।
दादी रै घौरो गाशी बोलो हाटो री माईए, छा़ड़ै नौदरौ
छा़ड़ै नौदरौ, हाटो री माईए, छा़ड़ै नौदरौ।
मेरी दादी ओ ज़ीज़ा रा चाँईं बै उमरौ रो
उमरौ रो साथौ रे माईए, उमरौ रो ॥
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